bhasmasur ke kehu batawal
भस्मासुर के केहू बतावल२ भोला हाउए अवढर दानी
त देवलोक में भईल परेशानी २
कठिन तपस्या करे ु लागल २ त रीझ गईले शिव दानी।
त देवलोक में भईल परेशानी २
शिवजी कहनी वर तू माँग २ भक्ति से प्रसन्न हम बानी।
त देवलोक में भईल परेशानी २
भस्मा बोले सुनी ए बाबा २ जगत विदित राउर वानी।
त देवलोक में भईल परेशानी २
जेकरा सिर पर हाथ रखी २ मिट जाए ओकर निशानी
त देवलोक में भईल परेशानी २
शिवजी बोले एवमस्तु तब २ असुर हुआ अभिमानी
त देवलोक में भईल परेशानी २
वर के परीक्षा करे उ लागल २ भागे लागले अवढर दानी
त देवलोक में भईल परेशानी २
नारी रूप में विष्णु जी अइनी २ असुर के मोह पहिचानी।
त देवलोक में भईल हर्षवाणी २
प्रणय निवेदन के शर्त पर २ भईल यातुधान बलिदानी।
त देवलोक में भईल हर्षवाणी २
- शिव कावड़ यात्रा, शिव कावड़ भजन