सितार सम्बंधित राग
सितार एक प्रमुख भारतीय शास्त्रीय वाद्य यंत्र है, जिस पर कई सुंदर रागों की प्रस्तुति दी जाती है। यहाँ कुछ प्रमुख राग दिए गए हैं जिन्हें सितार पर बजाया जाता है:
राग यमन: यह एक बहुत ही प्रसिद्ध राग है जो शाम के समय गाया और बजाया जाता है। इस राग में शांति और भक्ति की भावना होती है।
राग भूपाली: यह राग रात के पहले प्रहर में गाया जाता है और इसे शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक माहौल के लिए जाना जाता है। यह राग खुशियों और उत्साह का अनुभव कराता है।
राग भैरव: यह राग सुबह के समय बजाया जाता है और इसमें एक गंभीर और भक्ति भाव होता है। इसे प्राचीनतम रागों में से एक माना जाता है।
राग दरबारी कान्हड़ा: इस राग को मध्य रात्रि के समय गाया जाता है और यह गहरे और गंभीर भाव को व्यक्त करता है। इसे तानसेन द्वारा सम्राट अकबर के दरबार में पेश किए जाने के कारण "दरबारी" नाम मिला।
राग बागेश्री: यह राग भी रात के समय का राग है और इसमें प्रेम और भक्ति की भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। इसे एकांत और भावुकता का राग माना जाता है।
राग हंसध्वनि: यह राग भी एक सुंदर राग है जो विभिन्न अवसरों पर प्रस्तुत किया जाता है और इसका मधुर स्वर लोगों के मन को मोह लेता है।
ये राग शास्त्रीय संगीत के कई रूपों में प्रस्तुत किए जाते हैं और सितार पर इन्हें बजाने से इनकी सुंदरता और बढ़ जाती है।